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Principal Message |
विद्यार्थी ही देश की वाटिका को सुरक्षित करने वाला पुष्प है। विद्यार्थी जीवन संपूर्ण मानव जीवन का आधार है। यह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। जिस मकान की नीवं ही कमजोर हो, वह अधिक दिनों तक स्थिर नही रह सकता। अगर विद्यार्थी अपने मार्ग से भटक गया तो कोई भी देश उन्नति और विकास के मार्ग में कदम नही रख सकता। आदर्श विद्यार्थी ही देश का भाग्य विधाता है।
सन 1949 में स्थापित ज्ञानदान के संकल्प का प्रतीक यह महाविद्यालय मध्यप्रदेश में वाणिज्य एवं कला शिक्षा के अग्रणी संस्थान के रूप में लोकप्रिय है। वर्ष 1997-98 से महाविद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा प्रारंभ की गई। संस्थान का उद्देश विद्यार्थियो को विवेकवान, उत्तरदायी एवं साहसी नागरिक बनाना है। इस महाविद्यालय में कला, वाणिज्य एवं कंप्यूटर शिक्षा के अध्यापन हेतु सुयोग्य एवं अनुभवी प्राध्यापक सेवारत है। विद्यार्थियो के सर्वागी विकास के लिए सभी आवश्यक संसाधन महाविद्यालय में उपलब्ध है। समुन्नत विशाल ग्रंथालय एवं अध्ययन कक्ष, अद्युनातन कंप्यूटर की प्रयोगशालाएँ सुव्यवस्थित शिक्षण कक्ष, एन. सी.सी. एवं एन.एस.एस. विभाग, खेलकूद का विस्तृत मैदान, स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना आदि महाविद्यालयीन विद्यार्थियो के व्यक्तिगत विकास के लिए सहायक है। महाविद्यालय के अनुभवी प्राध्यापको के मार्गदर्शन में लगभग 60 से अधिक छात्र-छात्राए पी.एच.डी. उपाधि अर्जित कर चुके है। संस्था द्वारा रोजगारन्मुखी सभी पाठ्यक्रमों में प्लेसमेंट एवं कैरियर मार्गदर्शन की विशेष व्यवस्था की है। महाविद्यालय के अनेक छात्र-छात्राओ ने विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर स्वर्ण-पदक प्राप्त किए है तथा परीक्षाओ की द्रष्टि से छात्र-छात्राओ के लगातार उत्कृष्ट परिणाम उल्लेखनीय है।
मेरा विश्वाश है, महाविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थी डिग्री प्राप्त करने के साथ-साथ उत्तरदायी भारतीय नागरिक बनने का भी प्रयास करेंगे।
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डॉ. तरुण बाजपेयी
प्राचार्य |
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